महाकाल
कालो के काल
महाकाल।
प्रचंड है।
अखंड है।
अलौकिक है।
अद्भुत है।
क्षम्य है।
रक्षक है।
भक्षक है।
सर्वव्यापी है।
अन्तर्यामी है।
महाव्यापी है।
रुद्र है।
महाक्रोध है।
ज्ञानी है।
सुँदर वाणी है।
नृत्य में नटराज है।
देवो के महाराज है।
महाभक्त है राम के।
रूप है बलराम के।
स्वयं में ही मोक्ष है।
स्वयं ही काल है।
ये महाविकराल है।
✍?संध्या चतुर्वेदी ?
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