Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2022 · 1 min read

महाकाल का चक्र चल रहा 【मुक्तक】

महाकाल का चक्र चल रहा 【मुक्तक】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रंग बदलते रहते मन के कभी हास्य है-रोना है
कभी कोठियाँ मिलीं कभी मिल पाता नहीं बिछोना है
महाकाल का चक्र चल रहा कुछ खोने-कुछ पाने का
सबसे बड़ा दर्द इस दुनिया में अपनों को खोना है
———————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
कमजोर क्यों पड़ जाते हो,
कमजोर क्यों पड़ जाते हो,
Ajit Kumar "Karn"
"चालाक आदमी की दास्तान"
Pushpraj Anant
अफ़सोस
अफ़सोस
Shekhar Chandra Mitra
मन में उतर कर मन से उतर गए
मन में उतर कर मन से उतर गए
ruby kumari
तबीयत मचल गई
तबीयत मचल गई
Surinder blackpen
मानसिक तनाव
मानसिक तनाव
Sunil Maheshwari
Don't Give Up..
Don't Give Up..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मौत ने पूछा जिंदगी से,
मौत ने पूछा जिंदगी से,
Umender kumar
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
Pakhi Jain
पूनम की चांदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो
पूनम की चांदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो
Ram Krishan Rastogi
जन्मदिन का ये शुभ अवसर
जन्मदिन का ये शुभ अवसर
Mamta Rani
ईमान
ईमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
19, स्वतंत्रता दिवस
19, स्वतंत्रता दिवस
Dr .Shweta sood 'Madhu'
जब अकेले ही चलना है तो घबराना कैसा
जब अकेले ही चलना है तो घबराना कैसा
VINOD CHAUHAN
तिमिर घनेरा बिछा चतुर्दिक्रं,चमात्र इंजोर नहीं है
तिमिर घनेरा बिछा चतुर्दिक्रं,चमात्र इंजोर नहीं है
पूर्वार्थ
वक्त वक्त की बात है,
वक्त वक्त की बात है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुक्तक – शादी या बर्बादी
मुक्तक – शादी या बर्बादी
Sonam Puneet Dubey
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १
भरत कुमार सोलंकी
गोपाल हूं मैं, काल भी
गोपाल हूं मैं, काल भी
Saransh Singh 'Priyam'
" वाकया "
Dr. Kishan tandon kranti
सोने के सुन्दर आभूषण
सोने के सुन्दर आभूषण
surenderpal vaidya
इमोजी डे
इमोजी डे
Seema gupta,Alwar
ख़ामोशी को कभी कमजोरी ना समझना, ये तो तूफ़ान लाती है।।
ख़ामोशी को कभी कमजोरी ना समझना, ये तो तूफ़ान लाती है।।
Lokesh Sharma
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय प्रभात*
मजदूर की मजबूरियाँ ,
मजदूर की मजबूरियाँ ,
sushil sarna
क्या से क्या हो गया देखते देखते।
क्या से क्या हो गया देखते देखते।
सत्य कुमार प्रेमी
*जीता है प्यारा कमल, पुनः तीसरी बार (कुंडलिया)*
*जीता है प्यारा कमल, पुनः तीसरी बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
23/155.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/155.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🌷*
🌷*"आदिशक्ति माँ कूष्मांडा"*🌷
Shashi kala vyas
इश्क करना
इश्क करना
Ranjeet kumar patre
Loading...