महबूब की शादी
ये बहते हुए आंसू तो
सपनों के जनाजे हैं!
सारे धूम-धड़ाके बस
क़िस्मत के तमाशे हैं!!
तेरे प्यार को,ऐ दिल
कौन समझेगा यहां?
मासूमियों की दुश्मन
दुनिया की रिवाजें हैं!!
#love #poetry #caste #बेरोजगारी #गरीबी #जाति #सामंतवाद #पितृसत्ता #मनुवाद