” महखना “
” महखना ”
मन्दिर की शिखर ऊंची,
दिल की गहराइयों में बसा दुख की धारा।
महखाना के विचार अद्वितीय,
संग्रह करता भक्तों की प्रार्थनाओं का प्यारा।।
“पुष्पराज फूलदास अनंत “
” महखना ”
मन्दिर की शिखर ऊंची,
दिल की गहराइयों में बसा दुख की धारा।
महखाना के विचार अद्वितीय,
संग्रह करता भक्तों की प्रार्थनाओं का प्यारा।।
“पुष्पराज फूलदास अनंत “