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29 Nov 2017 · 1 min read

मस्तक तू ! दे दस्तक !

मस्तक तू !
दे दस्तक !
मगर शनै शनै !
.
मुझे जान लेने दे !
पहचान बना लेने दे !
मुझे जाग लेने दे !
.
जमाना बडा जालिम है !
हंसते को रुलाता है !
जो रोये इकट्ठा हो जाता है !
.
सुबक सुबक रुलाने में !
न जाने !
उनको क्या मजा आता है !
.
होती है हर बार बात वही !
फिर भी नाम !
न जाने क्यों ?
हर बार बदल कर बोला जाता है !
.
सिखाता है हर वाकया !
जाने ना !
वक्त पर क्यों भूल जाते है ?
@mahender2872

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 352 Views
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