मसीहाई
मुझे नजरअंदाज़ करता है ।
मुझ पर नज़र भी रखता है ।
मैं बेशर्मी से पर्दा करता हूँ ।
वो समझता हैं देखता नहीं ।
मैंने उसे उठाया कि अब
मेरे सर पे चढ़ कर ,
मेरी मसीहाई का दम भरता है
मुझे नजरअंदाज़ करता है ।
मुझ पर नज़र भी रखता है ।
मैं बेशर्मी से पर्दा करता हूँ ।
वो समझता हैं देखता नहीं ।
मैंने उसे उठाया कि अब
मेरे सर पे चढ़ कर ,
मेरी मसीहाई का दम भरता है