मसाफ ए जीस्त ही नेमत ए जीस्त ।
जीवन संघर्ष ही जीवन उपहार ।
मानव रख, जीवन गुण सहज साकार ।।
मसाफ ए जीस्त ही नेमत ए जीस्त ।
समझे इंसान, यह फ़ितरत ए जीस्त ।।
अरविन्द व्यास “प्यास”
जीवन संघर्ष ही जीवन उपहार ।
मानव रख, जीवन गुण सहज साकार ।।
मसाफ ए जीस्त ही नेमत ए जीस्त ।
समझे इंसान, यह फ़ितरत ए जीस्त ।।
अरविन्द व्यास “प्यास”