मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
मेरी चीखों को किसी कोने में दफन कर डाला ।
खता इतनी की मैं किसी की बेटी थी
मेरी जिंदगी को पलभर में तेरे हवाले कर डाला।।
Phool gufran
मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
मेरी चीखों को किसी कोने में दफन कर डाला ।
खता इतनी की मैं किसी की बेटी थी
मेरी जिंदगी को पलभर में तेरे हवाले कर डाला।।
Phool gufran