मशक्कत कर
अच्छे भविष्य के लिए कर मशक्कत।
वक्त कल तक की नहीं देता मोहलत।
कदम बढ़ा तू नयी मंजिलों की तरफ
बदल जायेगी जल्द तेरी किस्मत।
ख्वाबों की दुनिया में तू छोड़ दें जीना
आंखें खोल देख क्या है हकीकत।
वक्त की आग बना देगी तुम्हें कुंदन
देखना कितनी मिलेगी तुझे शोहरत।
मुश्किलें रौंदता चल तू पैरों तले
तेरे कदमों में होगी यकीनन नुसरत।
सुरिंदर कौर