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20 Mar 2021 · 1 min read

मर्यादित , जब तेरे विचार हो जाएँ

1.

मर्यादित , जब तेरे विचार हो जाएँ
संकल्पित , जब तेरी भावनाएं हो जाएँ

सहृदय, जब तेरा मन हो जाए
समझ लेना, तुम पूर्ण मानव हो गए हो

2.

आस्तिक जब तेरी भावनाएं हो जाएँ
संवेदनाएं , जब तेरे मन में आ जाएँ

आस्तिकता जब तेरा अलंकार हो जाए
समझ लेना , तुम उस परमात्मा की अनुपम कृति हो

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 162 Views
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Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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