मेरी “माँ”
जब भी सिर पर तू हाथ फेरे
तो मेरा सवेरा होता है।
तेरी थपकी पाते ही
तो मेरा अंधेरा होता है।
तेरी आँचल की छांव
किसी जन्नत से कम नहीं,
मेरा जहाँ तेरी गोद है “माँ”!
जिसमे “हृदय” बसेरा होता है।
मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
???
– रेखा “मंजुलाहृदय”