मरने के कगार पर
किसी को भी गिराकर
आगे बढ़ने की प्रबल इच्छा
जलनवश कुप्रेरित होकर
गलत रास्तों से
सही के चयन का असफल प्रयास
अयोग्यता को योग्यता समझकर
तर्कों के पुष्पों का
कुतर्की काँटों से मान मर्दन
तथाकथित धर्मात्माओं द्वारा
किसी बेटी का चीरहरण
जनता की आँखों में धूल झोंकते
नेताओं का कुकृत्य
विश्वसनीय सिंहासनों पर
बढ़ती अविश्वसनीयता
त्रस्त जनता और मस्त प्रदूषण में
हाँफती साँसें…काँपता दिल
दूषित भावनाओं का आदान-प्रदान
विनम्रता का प्रदर्शन और
अहम् को बचाए रखने की चेष्टा
साबित करती है कि
मैं मरने के कगार पर
जिन्दा खड़ा हूँ