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14 Feb 2018 · 1 min read

मरघट (3)

? ? ? ?
चारों तरफ रहस्य का साया, मूक धरा घना सन्नाटा पाले हैं ।

घोरी-अघोरी तांत्रिक तंत्र क्रियाएँ घोर साधना वाले हैं ।

बुझी चिंताये, भस्म, अस्थियाँ, जली लकड़ियां है टुकड़े काले-काले

भूत-प्रेत-पिशाच, भय, खतरा मरघट में दाह संस्कार के छाले हैं

? ? ? ? –लक्ष्मी सिंह ? ☺

Language: Hindi
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