ममता
ममता
सूर्य
इस शीतकाल में
बिखेर रहा है ममता
मां की तरह
यह तब तक
रहेगा बिखेरता
जब तक धुंध
दुलहन बनकर
नहीं आ जाती
इस ममता से
वंचित करने
-विनोद सिल्ला©
ममता
सूर्य
इस शीतकाल में
बिखेर रहा है ममता
मां की तरह
यह तब तक
रहेगा बिखेरता
जब तक धुंध
दुलहन बनकर
नहीं आ जाती
इस ममता से
वंचित करने
-विनोद सिल्ला©