मन से जंग जारी है।
मन से जंग जारी है।
अंदर ही अंदर, सब जलते हैं
बस बाहर से गहरी यारी है।
अपने अपनों से जंग कर रहे
बस गैरों से गहरी यारी है।
अपनों के प्रशांत महासागर में
बड़वानल की आई बारी है।
मन से जंग जारी है।
– मीरा ठाकुर
– आबू धाबी, यू ए ई