Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Aarti Ayachit
53 Followers
Follow
Report this post
18 Apr 2019 · 1 min read
मन ( विचार सागर )
मन के हारे हार है
मन के जीते जीत
अपने मन को खुश रखिए
सदैव सफलता हासिल किजीए
Language:
Hindi
Tag:
घनाक्षरी
Like
Share
2 Likes
· 497 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Aarti Ayachit
View all
काव्य दर्पण
Aarti Ayachit
You may also like:
मेरा होना इस कदर नाकाफ़ी था
Chitra Bisht
पेजर ब्लास्ट - हम सब मौत के साये में
Shivkumar Bilagrami
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
रामजी कर देना उपकार
Seema gupta,Alwar
मरीचिका सी जिन्दगी,
sushil sarna
23/174.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुकून में जिंदगी है मगर जिंदगी में सुकून कहां
कवि दीपक बवेजा
"फासला और फैसला"
Dr. Kishan tandon kranti
यही पाँच हैं वावेल (Vowel) प्यारे
Jatashankar Prajapati
बेरंग दुनिया में
पूर्वार्थ
अंधेरे से लड़ो मत,
नेताम आर सी
नव्य द्वीप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🙅नया फ़ार्मूला🙅
*प्रणय*
भाईचारे का प्रतीक पर्व: लोहड़ी
कवि रमेशराज
तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं
Dr Archana Gupta
*सर्दी की धूप*
Dr. Priya Gupta
बात चली है
Ashok deep
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
Dr Mukesh 'Aseemit'
वक़्त की फ़ितरत को महफूज़ करें कैसे,
Dr fauzia Naseem shad
वाह मोदीजी...
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
Rj Anand Prajapati
पितरों का लें आशीष...!
मनोज कर्ण
बहना तू सबला बन 🙏🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
**कहीं कोई कली खिलती बहारों की**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
देश भक्ति गीत
Neelam Sharma
निष्काम कर्म कैसे करें। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
उकसा रहे हो
विनोद सिल्ला
"दिवाली यानि दीपों का त्योहार"
Lohit Tamta
Loading...