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22 Aug 2023 · 1 min read

!! मन रखिये !!

मन रखिये, फूल गुलाब सा
जो, महके आठो याम

चलिए, दो पग प्रेम के
सुबह,दुपहरी,शाम

मन-मस्तिष्क निर्मल रहे
स्नेह रहे निष्काम

तन-मन,जन-धन स्वस्थ रहें
नयनन को अभिराम

कीर्तन,पुजा, पाठ से हो
प्रभुमय चारों धाम

यश,कृति से भरा हो जीवन
जग में करिये,ऐसा काम

•••• कलमकार ••••
चुन्नू लाल गुप्ता-मऊ(उ.प्र.)

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