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16 Feb 2024 · 1 min read

मन में एक खयाल बसा है

मन में एक खयाल बसा है
और उस खयाल से मन मेरा बहुत उदास है
ना जाने क्यों दूर होकर भी तू मेरे पास है
मेरी चाहत है तू फिर भी मैं तुझसे दूर जाना चाहता हूं
जो ख़्वाब सच नहीं हो सकता
उस ख़्वाब से दूर जाना चाहता हूं
जो खयाल बसा है मन में उसे मैं भूल जाना चाहता हूं
मैं कैसे समझाऊं अपने प्यार को
कि मैं तुझे कितना चाहता हूं।

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