Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2021 · 1 min read

मन – पंछी

दिन सूना
भीगी रात
बयार निगोड़ी
करे आघात
मन का पंछी
पंचम कैसे गाए
सिले अधर
पथराई बात
देखो न
फिर होने लगी
बिन जलधर
कैसी बरसात
तृण भीगे
भीगे पात
कैसी निष्ठुर
मीठी रात

अशोक सोनी
भिलाई ।

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 590 Views

You may also like these posts

3325.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3325.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
उम्र बीत गई
उम्र बीत गई
Chitra Bisht
परिवार का सत्यानाश
परिवार का सत्यानाश
पूर्वार्थ
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
Phool gufran
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सबकुछ झूठा दिखते जग में,
सबकुछ झूठा दिखते जग में,
Dr.Pratibha Prakash
मुकादमा चल रहा है अब मेरा
मुकादमा चल रहा है अब मेरा
shabina. Naaz
जिस कदर उम्र का आना जाना है
जिस कदर उम्र का आना जाना है
Harminder Kaur
काश ! ! !
काश ! ! !
Shaily
देखो खड़ी ढलान
देखो खड़ी ढलान
RAMESH SHARMA
दर्द देते हैं वो रिश्ते जो भेंट चढ़ जाते हैं अहम की, जहाँ एह
दर्द देते हैं वो रिश्ते जो भेंट चढ़ जाते हैं अहम की, जहाँ एह
Dr fauzia Naseem shad
वीर दुर्गादास राठौड़
वीर दुर्गादास राठौड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बिजी तो हर कोई होता है,लेकिन अगर उनकी लाइफ में आपकी कोई वैल्
बिजी तो हर कोई होता है,लेकिन अगर उनकी लाइफ में आपकी कोई वैल्
Ranjeet kumar patre
यादों के शहर में
यादों के शहर में
Madhu Shah
गजल ए महक
गजल ए महक
Dr Mukesh 'Aseemit'
कड़वाहट का आ गया,
कड़वाहट का आ गया,
sushil sarna
भीगीं पलकें
भीगीं पलकें
Santosh kumar Miri
सीरत अच्छी या सूरत अच्छी
सीरत अच्छी या सूरत अच्छी
MEENU SHARMA
संगीत का भी अपना निराला अंदाज,
संगीत का भी अपना निराला अंदाज,
भगवती पारीक 'मनु'
हे मानव! प्रकृति
हे मानव! प्रकृति
साहित्य गौरव
गंगा सागर
गंगा सागर
Rambali Mishra
मल्हारी गीत
मल्हारी गीत "बरसी बदरी मेघा गरजे खुश हो गये किसान।
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हिंदुत्व सेमेटिक मतों से भिन्न श्रेणी में है । यहुदी, ईसाईयत
हिंदुत्व सेमेटिक मतों से भिन्न श्रेणी में है । यहुदी, ईसाईयत
Acharya Shilak Ram
अहंकार
अहंकार
Khajan Singh Nain
..
..
*प्रणय*
प्यार है ही नही ज़माने में
प्यार है ही नही ज़माने में
SHAMA PARVEEN
दोनों मुकर जाएं
दोनों मुकर जाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
वो इश्क़ कहलाता है !
वो इश्क़ कहलाता है !
Akash Yadav
Loading...