मन की बात
हम लोगों को भी मन की बात
ज़रा कहने दीजिए न साहब!
आख़िर कितना विकास करेंगे
यहीं रहने दीजिए न साहब!!
बहुत देशभक्ति कर लिए आप
अब बिल्कुल थक गए होंगे!
दूसरों को भी थोड़ी तकलीफ़ें
अब सहने दीजिए न साहब!!
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