मन का मन्दिर देवालय तो
मन का मन्दिर देवालय तो
तन का मन्दिर शौचालय,
मानव निर्मित दोनों स्थल
देवालय या शौचालय,
हम दोनों को छोड़ विचरते और
ढूँढते मदिरालय।
लय में आना बहुत जरूरी,
बनवा लेना शौचालय
सभ्य हमारा हो समाज जब
हर चौरस्ते शौचालय। ।
मन का मन्दिर देवालय तो
तन का मन्दिर शौचालय,
मानव निर्मित दोनों स्थल
देवालय या शौचालय,
हम दोनों को छोड़ विचरते और
ढूँढते मदिरालय।
लय में आना बहुत जरूरी,
बनवा लेना शौचालय
सभ्य हमारा हो समाज जब
हर चौरस्ते शौचालय। ।