मन्नत हमारी धर्म औ’र ईमान भी रहे।
मुक्तक
मन्नत हमारी धर्म औ’र ईमान भी रहे।
नवरात्रि हो तो साथ में रमजान भी रहे।
खुशियों में साथ साथ रहें राम औ रहीम,
हाथों में सबके गीता हो कुरान भी रहे।
…….✍️ सत्य कुमार प्रेमी
मुक्तक
मन्नत हमारी धर्म औ’र ईमान भी रहे।
नवरात्रि हो तो साथ में रमजान भी रहे।
खुशियों में साथ साथ रहें राम औ रहीम,
हाथों में सबके गीता हो कुरान भी रहे।
…….✍️ सत्य कुमार प्रेमी