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10 Feb 2022 · 1 min read

मनुष्य होकर मनुष्यता का

अपनी क्षमता पर स्वयं का
पूर्ण विश्वास हो ।
मन में स्वस्थ मानसिकता का
भी आवास हो ।।
ईश्वर का दृष्टि में इससे अधिक
नहीं कुछ विशिष्ट ।
मनुष्य होकर मनुष्यता का
बस एहसास हो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 138 Views
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