मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
साहस से सामना करना सिखता है
आने वाले दिनों में फिर वही दुनिया में
अपनी सफलता की कहानी लिखता है
पारस नाथ झा
मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
साहस से सामना करना सिखता है
आने वाले दिनों में फिर वही दुनिया में
अपनी सफलता की कहानी लिखता है
पारस नाथ झा