Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Sep 2023 · 1 min read

मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं

मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
उस तक पहुंचने के मार्ग को हम उद्देश्य मान लेते हैं

1 Like · 223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
Sonam Puneet Dubey
सुकुमारी जो है जनकदुलारी है
सुकुमारी जो है जनकदुलारी है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मेरी जीवन धारा
मेरी जीवन धारा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
दू मै बता
दू मै बता
TARAN VERMA
2737. *पूर्णिका*
2737. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मनुष्य अंत काल में जिस जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर त्य
मनुष्य अंत काल में जिस जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर त्य
Shashi kala vyas
श्रमवीर
श्रमवीर
डॉ. शिव लहरी
" वाकिफ "
Dr. Kishan tandon kranti
ना
ना
*प्रणय*
सरोकार
सरोकार
Khajan Singh Nain
- तेरे बाद में कुछ भी नही हु -
- तेरे बाद में कुछ भी नही हु -
bharat gehlot
Part of plant
Part of plant
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
सब कुछ खोजने के करीब पहुंच गया इंसान बस
सब कुछ खोजने के करीब पहुंच गया इंसान बस
Ashwini sharma
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेई
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेई
Neerja Sharma
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
डॉ.सीमा अग्रवाल
वीरमदे
वीरमदे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
Er.Navaneet R Shandily
चिंगारी
चिंगारी
Mukund Patil
रमेशराज के समसामयिक गीत
रमेशराज के समसामयिक गीत
कवि रमेशराज
नव दीप जला लो
नव दीप जला लो
Mukesh Kumar Sonkar
(हमसफरी की तफरी)
(हमसफरी की तफरी)
Sangeeta Beniwal
नव रूप
नव रूप
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
जीवन में जो समझ खाली पेट और खाली जेब सिखाती है वह कोई और नही
जीवन में जो समझ खाली पेट और खाली जेब सिखाती है वह कोई और नही
ललकार भारद्वाज
काव्य
काव्य
साहित्य गौरव
मजदूरों से पूछिए,
मजदूरों से पूछिए,
sushil sarna
एक सफल प्रेम का दृश्य मैं बुन रहा।
एक सफल प्रेम का दृश्य मैं बुन रहा।
Abhishek Soni
दीवाली शुभकामनाएं
दीवाली शुभकामनाएं
kumar Deepak "Mani"
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
पूर्वार्थ
Loading...