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24 Mar 2022 · 1 min read

मनुवाद की आंधी

आंधी आई आंधी आई अंबेडकरवाद की आंधी आई
सत्ता चाहे जिसकी हो मनुवाद रुकता नहीं
मनुवाद सोच से है इसलिए शायद मिटा नहीं
कलम की ताकत से नायक ने मनुवाद को काटा
पढ़ लिखकर बैठे ऊंचे ओदे पर मनुवाद को न काटा
दिन व दिन बढ़ता जा रहा है यह जहरीला मनुवाद का कांटा
कलम की ताकत को तुम समझो नहीं तो होंगे बारा बाटा
कहे “आलोक” पढ़ो पढ़ाओ और आगे बढ़ो कुछ नहीं हैं ये कांटा
कलम की ताकत तो तुम जानो जिससे ये मनुवाद घबराता
जय भीम बोलूंगा में तो तुम बोलोगे परवाह नही
नायक के त्याग का ये मंजर यूं ऐसे गंवाना नहीं

आलोक वैद आज़ाद

Language: Hindi
1 Like · 346 Views
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