मनहरण घनाक्षरी (सफाई अभियान) -गुरू सक्सेना
मन हरण घनाक्षरी
31वर्ण 16/15 पर यति,
8-8-8-7 पर यति उत्तम
अंत में गुरू अनिवार्य
सफाई अभियान
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नदियों से रेत साफ,जंगलों से पेड़ साफ,
बेटियों के भ्रूण साफ, भारत महान है ।
कविता से छंद साफ, नेह के संबंध साफ,
सफाई का साफ साफ, हो रहा ऐलान है।
शांति के लगाव साफ, सारे सद्भाव साफ,
धरने को देख संविधान परेशान है।
लगता है पूरा देश, साफ करके रहेंगे,
सड़क सड़क सफाई का अभियान है।