Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2020 · 1 min read

मनहरण घनाक्षरी (कोरोना)

मनहरण घनाक्षरी 01
कोरोना की महामारी ,नये युग की बीमारी
पूरी दुनिया में फैली,गर्व मिटाने आई ।
वैज्ञानिक अहं भाव,बुद्धिवादी सभी दाव
परेशान क्या इलाज,मिली नहीं दवाई ।
अहंकार हुआ चूर,मानव था मजबूर
भारतीय रीति नीति,सबने अपनाई।
नमस्ते का प्रचलन,जग में बढ़ा चलन
प्रकृतिखेलअजीब,आध्यात्मिकता छाई ।
02
भूल गए खान पान,मांसाहारी है हैरान
शाकाहारी भोजन ने,प्रतिरक्षा बढ़ाई ।
दुनिया में हाहाकार, बंद धंधा व बाजार
लौट पड़े निज धाम, छोड़ छाड़ कमाई ।
लोभ नहीं प्यारी जान,जानते सब इंसान
स्वदेश प्रेम जुड़ाव,कोरोना की भलाई ।
घरबंदी का आदेश,अपनाते कई देश
दो गज दूरी मास्क,कोरोना ने सिखाई ।
राजेश कौरव सुमित्र
गाड़रवारा, नरसिंहपुर
मध्य प्रदेश

11 Likes · 27 Comments · 822 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all

You may also like these posts

ऐसे गीत मुझे तुम रचने दो
ऐसे गीत मुझे तुम रचने दो
Meenakshi Bhatnagar
हमारे इस छोटे से जीवन में कुछ भी यूँ ही नहीं घटता। कोई भी अक
हमारे इस छोटे से जीवन में कुछ भी यूँ ही नहीं घटता। कोई भी अक
पूर्वार्थ
“पेपर लीक”
“पेपर लीक”
Neeraj kumar Soni
#पावन बेला प्रातः काल की #
#पावन बेला प्रातः काल की #
rubichetanshukla 781
अंतस के उद्वेग हैं ,
अंतस के उद्वेग हैं ,
sushil sarna
4740.*पूर्णिका*
4740.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धुप साया बन चुकी है...
धुप साया बन चुकी है...
Manisha Wandhare
साँची सीख
साँची सीख
C S Santoshi
गर्मी के दोहे
गर्मी के दोहे
राकेश पाठक कठारा
*राधा को लेकर वर्षा में, कान्हा छाते के संग खड़े (राधेश्यामी
*राधा को लेकर वर्षा में, कान्हा छाते के संग खड़े (राधेश्यामी
Ravi Prakash
■ उसकी रज़ा, अपना मज़ा।।
■ उसकी रज़ा, अपना मज़ा।।
*प्रणय*
श्री शूलपाणि
श्री शूलपाणि
Vivek saswat Shukla
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
*What is Life...*
*What is Life...*
Veneeta Narula
प्रेम का उत्तर
प्रेम का उत्तर
Rahul Singh
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
विरोध
विरोध
Dr.Pratibha Prakash
और तुम कहते हो मुझसे
और तुम कहते हो मुझसे
gurudeenverma198
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
Anand Kumar
पर्यावरण
पर्यावरण
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
#बेबस लाचारों का
#बेबस लाचारों का
Radheshyam Khatik
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
नानी का गांव
नानी का गांव
साहित्य गौरव
सुपरस्टार
सुपरस्टार
Dr. Kishan tandon kranti
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
कवि रमेशराज
इख़्तिलाफ़
इख़्तिलाफ़
अंसार एटवी
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
Sampada
ढलती उम्र -
ढलती उम्र -
Seema Garg
"Gym Crush"
Lohit Tamta
नयी कोपलें लगी झाँकने, पा धरती का प्यार ।
नयी कोपलें लगी झाँकने, पा धरती का प्यार ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
Loading...