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24 Sep 2024 · 1 min read

*मनः संवाद—-*

मनः संवाद—-
24/09/2024

मन दण्डक — नव प्रस्तारित मात्रिक (38 मात्रा)
यति– (14,13,11) पदांत– Sl

धन्यवाद आओ कर लें, परमपिता उस ईश का, साँसें दी अनमोल।
जन्म दिया जिसने हमको, ममता का उपहार दे, भाषा दी रस घोल।।
आओ उनको याद करें, जिनके अति सहयोग से, जग में हैं बेतोल।
परिजन पुर परिवार सहित, प्रेरक जीवन के रहे, विश्व पटल भूगोल।।

पिंगल पाणिनि नमन करूँ, पाया छंद विधान को, अलंकार रस खान।
भाव व्यंजना से पूरित, मातु भगवती को नमन, ऊर्जा भरी महान।।
प्रस्तारित नव छंदों को, छंद महालय भूमि दी, ननकी प्रणत अजान।।
जिनसे जो कुछ भी सीखा, उनको नित्य प्रणाम है, करूँ सदा सम्मान।।

— डॉ. रामनाथ साहू “ननकी”
संस्थापक, छंदाचार्य, (बिलासा छंद महालय, छत्तीसगढ़)
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