मदिरा सवैया
राम चले तब ज्ञात हुआ धनुआ पर डोर चढावत है ।
राघव की मन मोहक सूरत देख सिया शरमावत है ।
एक हुए दुइ नैन वहां तब चैन कहां तन पावत है ।
देख सभी यह दृश्य अजायब गीत लुभावन गावत है ।।
रमेश शर्मा.
राम चले तब ज्ञात हुआ धनुआ पर डोर चढावत है ।
राघव की मन मोहक सूरत देख सिया शरमावत है ।
एक हुए दुइ नैन वहां तब चैन कहां तन पावत है ।
देख सभी यह दृश्य अजायब गीत लुभावन गावत है ।।
रमेश शर्मा.