मदिरा सवैया छंद
राम रहे घन श्याम रहे दिल में सबके भगवान रहे ।
याद सदा यह बात रहे रब से न बना अनजान रहे ।
जो सबके दुख को हरता उसका हिय को नित ज्ञान रहे ।
रोग विषाणु मिटें जग से हर ओर सुखी नित जान रहे ।
रमेश शर्मा.
राम रहे घन श्याम रहे दिल में सबके भगवान रहे ।
याद सदा यह बात रहे रब से न बना अनजान रहे ।
जो सबके दुख को हरता उसका हिय को नित ज्ञान रहे ।
रोग विषाणु मिटें जग से हर ओर सुखी नित जान रहे ।
रमेश शर्मा.