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11 Sep 2019 · 1 min read

मदिरा भरे गिलास

ढलते ही हर शाम के, हो जाती है आस !
आएगी लेकर निशा, मदिरा भरे गिलास !!

पी कर बैरी भी मुझे,….हो जाते है खास!
मदिरालय के कह रहे,मदिरा भरे गिलास!!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 318 Views
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