मदद करो पर खुद को मुसीबत में डालकर नही
एक गाव मे एक पायल नाम की लड़की रहती थी बड़े ही लाड प्यार से माँ बाप ने उसे पाला था बहुत मिनतो के बाद पायल का जन्म हुआ था इसलिए माँ बाप भी उसे हमेसा अपनी पलकों में बैठा कर रखते थे पायल उनकी अकेली सन्तान थी
पायल बहुत ही अच्छी और नेक दिल की लड़की थी वो हमेशा दूसरों की मुसीबत मे बिन मागे भी मदद कर देती थी चाहे कोई मदद मागे या ना मागे। अगर वो किसी को मुसीबत में देख लेती थी वो बिन मदद किये नहीं मानती थी
गाव के लोगो को उसकी यही आदत सबसे से अच्छी लगती थी इसलिए वो सिर्फ माँ बाप ही नहीं गाव वालों की भी चाहेती थी
जब पायल के माँ बाप गाव वालों से अपनी पायल की तारिफ सुनते थे तो उनका सीना गर्व से चौडा हो जाता था लेकिन उन्हे डर भी लगता था की पायल की ये मदद करने की आदत कही उसके लिए कभी मुसीबत ना बन जाए
हुआ भी कुछ ऐसा ही, कहते है ना की माँ बाप का डर अपने बच्चों के लिए बेवजह नही होता है
कुछ दिन पहले की बात है की पायल के गाव में श्याम नाम का एक अंजान आदमी आया हुआ था उसे गाव के लोगों से पता था की पायल किसी की भी मुसीबत मे बिन मागे मदद कर देती है और इसी बात का उसने फायदा उठाया
एक दिन पायल अपने स्कूल से घर आ रही थी तभी उसने रास्ते पर पायल को आते देखा। वो पायल को देखते ही उसको पाने के सपने देखने लगा।
पायल थी ही इतनी सुंदर की कोई भी उसको देखता तो देखता ही रह जाता। श्याम की नियत उसी दिन बिगड़ गई जब उसने पायल को पहली बार देखा था श्याम ने उस दिन सोच लिया था की अब वो पायल को पाकर ही रहेगा।
श्याम ने अब हर दिन पायल का पीछा करना शुरू कर दिया वो हर रोज पायल का पीछा करता लेकिन ये बात पायल को पता नही थी। होती भी कैसे क्योंकि वो छुप छुप के पायल का पीछा जो करता था और पायल बेचारी इस बात से अंजान थी
आखिर एक दिन ऐसा आ गया जब उसके मनसुबे कामयाब होने वाले थे। पायल कही जा रही थी तभी रास्ते मे श्याम के घर से आवाज आती है कि बचाओ बचाओ और पायल बिन कुछ सोचे समझे झट से श्याम की मदद करने के लिए चली जाती है ।
उसे क्या पता था की वो श्याम की मदद करने नही बल्कि खुद मुसीबत में पड़ने वाली है जब पायल घर के अंदर पहुँची तो उसने देखा की श्याम तो बिलकुल ठीक ठाक है और फिर पायल समझ गई की श्याम ने उसे धोखे से बुलाया है श्याम पहले तो पायल को अपनी झूटी बातो मे फसाने की कोशीश करता रहा ।
लेकिन जब पायल उसके बहकावे में नही आयी तो श्याम पायल के साथ जबरदस्ती करने लगा इतना ही नही जब पायल अपना बचाव करने लगी तो उसने पायल को बहुत मारा पीटा भी। वो तो पायल की किस्मत अच्छी थी की उसे स्कूल मे पड़ने वाली एक दोस्त निशा ने देख लिया था श्याम के घर जाते हुए और उसी समय वो गाव के लोगों को लेकर वहां पहुँच गई नही तो पता नही क्या हो जाता।
गाव की लोगों ने पायल को सही सलामत बचा लिया और उस श्याम की पहले तो बहुत पिटायी की और उसके बाद उसको पुलिस के हवाले कर दिया।
जब से पायल के साथ वो हाड़सा हुआ तब से पायल की ये बात तो समझ मे आ गई है।
की मुसीबत मे पड़े लोगो की जरूर मदद करो लेकिन खुद को मुसीबत मे डालकर नही,,,
श्रीरावत,,