हिय से मत दूर मुझे करना
आज करूं तुमसे विनती हिय से मत दूर मुझे करना
सोंप दिया तन सोंप दिया मन मान सदा दिल का रखना
क्लेश न हो कुछ द्वेष न हो अपने मन की तू’ सदा कहना
जीवन के पथ में सुख हो दुख हो बस साथ सदा चलना
आज करूं तुमसे विनती हिय से मत दूर मुझे करना
सोंप दिया तन सोंप दिया मन मान सदा दिल का रखना
क्लेश न हो कुछ द्वेष न हो अपने मन की तू’ सदा कहना
जीवन के पथ में सुख हो दुख हो बस साथ सदा चलना