मत घबरा साथ में जाइए
तर्ज–सर पर टापा लाल हाथ म रशम का रुमाल
टेक-मत घबराइए साथ में जाइए राम चले वनवास लखन तेरी मां कह रही
बड़ा भाई बाप बराबर भाभी मां कैसी हो सै
सच्ची सेवा जो हो सै तू करना रह के पास लखन तेरी मां कह रही
गुस्से अगर कभी हो जाए सम्मुख उनके मत होना
लाज मेरी तू मत खोना कदे दुनिया करे उपहास लखन तेरी मां कह रही
जहां पसीना गिरे राम का तू अपना खून बहा
देना सबसे यही कहा देना लक्ष्मण सच्चा दास लखन तेरी मां कह रही
बलदेव सिंह चौहान कहे सबका धनी रुखाला सै
जिसका सतका पाला सै ना देखा हुआ उदास लखन तेरी मां कह रही