मत करो सफल साज़िशों को सफल
दुश्मन होती है साजिशे
दुनियां में
भाई भाई को बांट देती है
ये साजिशे
शकुनि की
साज़िशो के चलते
करा डाला था
उसने महाभारत
स्वविवेक और
समझदारी की
जरूरत है देश और
समाज में
जिससे न बन पाए
कोई जयचंद
इतिहास में
दुश्मन की हर
साजिश को कर
नाकाम
देश को अक्षुण्ण
रख पायेंगे हम
भाई भाई में
भाईचारा हो
देश के नागरिकों में
एकता हो
हर कोई सतर्क और
सचेत हो
तब न हो पायेगी
कोई साज़िश सफल
वन्देमातरम
जय हिन्दोस्तां
स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव
भोपाल