मत्तगयंद सवैया (भोजपुरी)
मत्तगयंद सवैया (भोजपुरी)
आज गुहार करे भगता धर ध्यान कहे प्रभु लाज बचाईं।
व्याधि हरीं हरि कोविड के मनु प्रान हरीं जिन आज बचाईं।
देश दशा सब रूद्ध दिखे जन शोक हरीं सब काज बचाईं।
आस लगाय खड़ा भगता अब आस पुरा निज ताज बचाईं।।
मत्तगयंद सवैया (भोजपुरी)
आज गुहार करे भगता धर ध्यान कहे प्रभु लाज बचाईं।
व्याधि हरीं हरि कोविड के मनु प्रान हरीं जिन आज बचाईं।
देश दशा सब रूद्ध दिखे जन शोक हरीं सब काज बचाईं।
आस लगाय खड़ा भगता अब आस पुरा निज ताज बचाईं।।