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28 Jun 2020 · 1 min read

मतलब से पहरा…

क्या हुआ ज़ख़्म जो गहरा है ।
ये भी तो ख़ुदा का फ़ैसला है ।।

यहाँ कौन जो अपना समझे ।
पास मेरे, मतलब से पहरा है ।।

#हनीफ़_शिकोहाबादी ✍️

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