मतलब अब हमको तुमसे नहीं है
मतलब अब हमको तुमसे नहीं है, नहीं अब मोहब्बत कुछ तुमसे।
नहीं अब जरूरत हमको तुम्हारी, नहीं चाहिए अब कुछ तुमसे।।
मतलब अब हमको तुमसे नहीं है—————–।।
ना अब कहेंगे तुम क्या करते हो, तुम काम यह क्यों करते नहीं।
क्यों अब कहेंगे हम तुमको अपना, बात हमारी जब तुम सुनते नहीं।।
क्यों तुमपे हम यकीन करें, तुम बेखबर हो, उम्मीद नहीं कुछ तुमसे।
मतलब अब हमको तुमसे नहीं है—————।।
तुम्हारे लिए तो बहुत कर दिया है, जो भी कभी हमसे चाहा आपने।
अश्को- लहू बहाया तुम्हारे दर्द पर, की पेश खुशियां तुम्हारे सामने।।
मगर तुमको हमपे रहम नहीं आया, अब बेखबर है हम भी तुमसे।
मतलब अब हमको तुमसे नहीं है——————।।
तुम्हें जब हमसे कुछ मोहब्बत नहीं, बदनाम हम क्यों हो तुम्हारे लिए।
वफ़ा जब हमसे तुम हो नहीं तो, बर्बाद हम क्यों हो तुम्हारे लिए।।
हमारी तरहां जी.आज़ाद हो तुम, नहीं कुछ शिकायत हमको तुमसे।
मतलब अब हमको तुमसे नहीं है——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)