मतदान पर्व
आया मतदान पर्व
उत्साह बढ़े आनंद मने
आओ डालें अपना वोट
मिलजुल के सब अपने
आओ त्योहार मनायें
डालें वोट हक न छोड़ें
प्रजातंत्र की शान है ये
मनचाही सरकार बनाएं
अधिकार है हासिल
मन चाहे को चुन लें
बेईमान मक्कार नही
हितकारी का संग लें
आओ चलें करने वोट
भ्रष्टाचारी पायें चोट
भाई बहन करलें नोट
हर – हाल मे देंगे वोट
वोट डालने चलें हम
वतन सजाने चलें हम
वजूद बनाने चलें हम
कर्तव्य पूरा करें हम
संविधान ने हमे दिया
कर्तव्य है अधिकार भी
करे मतदान सुरक्षा पायें
हो खुशियों की बयार भी
स्वरचित
मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर