Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

*मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)*

मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)
_______________________
मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार
जो दुनिया के मंच पर, पाए कभी न हार
पाए कभी न हार, तिरंगा ऊॅंचा फहरे
जन गण मन का गान, उच्च स्वर में हो गहरे
कहते रवि कविराय, कहो जय भारत माता
जिसे देश-अभिमान, चुनो उसको मतदाता
———————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

63 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

क्यों जीना है दहशत में
क्यों जीना है दहशत में
Chitra Bisht
धरा --गीत
धरा --गीत
rekha mohan
तेरी एक मुस्कुराहट काफी है,
तेरी एक मुस्कुराहट काफी है,
Kanchan Alok Malu
मैं मजदूर हूं
मैं मजदूर हूं
Manju sagar
उड़ चल रे परिंदे....
उड़ चल रे परिंदे....
जगदीश लववंशी
जब सच सामने आता है
जब सच सामने आता है
Ghanshyam Poddar
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
होटल में......
होटल में......
A🇨🇭maanush
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
वह भलामानस / मुसाफिर बैठा
वह भलामानस / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
कविता
कविता
Nmita Sharma
शिवरात्रि
शिवरात्रि
Madhu Shah
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
कितने ही वादे करें,
कितने ही वादे करें,
sushil sarna
#प्राण ! #तुम बिन. . .!
#प्राण ! #तुम बिन. . .!
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
*द लीला पैलेस, जयपुर में तीन दिन दो रात्रि प्रवास : 26, 27, 28 अगस्त 202
*द लीला पैलेस, जयपुर में तीन दिन दो रात्रि प्रवास : 26, 27, 28 अगस्त 202
Ravi Prakash
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
Atul "Krishn"
छठी पर्व
छठी पर्व
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
मेरी गोद में सो जाओ
मेरी गोद में सो जाओ
Buddha Prakash
sp119 समय बदलता हर घड़ी /मुझको किस तरह
sp119 समय बदलता हर घड़ी /मुझको किस तरह
Manoj Shrivastava
जन्मदिन पर लिखे अशआर
जन्मदिन पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
4845.*पूर्णिका*
4845.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इश्क़ हो
इश्क़ हो
हिमांशु Kulshrestha
हाँ मेरी  जरुरत  हो  तुम।
हाँ मेरी जरुरत हो तुम।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
प्रकृति और मानव
प्रकृति और मानव
Rahul Singh
जो व्यक्ति कभी किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता,
जो व्यक्ति कभी किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता,
Ranjeet kumar patre
उम्र ज्यादा नहीं है,
उम्र ज्यादा नहीं है,
Umender kumar
सपनों की सच्चाई
सपनों की सच्चाई
श्रीहर्ष आचार्य
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
श्रीकृष्ण शुक्ल
कुदरत और भाग्य......एक सच
कुदरत और भाग्य......एक सच
Neeraj Agarwal
Loading...