मझधार
जब शासक हो कमजोर और निकम्मा ,
तो देश में अराजकता आ ही जाती है ।
एक माझी हो नासमझी तो ,
कश्ती मझधार में समा ही जाती हैं।
जब शासक हो कमजोर और निकम्मा ,
तो देश में अराजकता आ ही जाती है ।
एक माझी हो नासमझी तो ,
कश्ती मझधार में समा ही जाती हैं।