Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2017 · 1 min read

मजलूमों की,कबर

जिन्हें मुफ़लिसी की, ना ज़रा सी खबर
चले मजलूमों की, आवाज़ बनने शहर

दो वक्त की रोटी, ढूंढ़ें यहाँ बशर
वायज़ खोलें है ; मज़हबों के घर

चमकाने अपना मुस्तकबिल औ घर
मुफ़लिसों से खुदवाई उनकी कबर

?

Language: Hindi
Tag: शेर
203 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
माँ ही हैं संसार
माँ ही हैं संसार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
परीक्षा
परीक्षा
Er. Sanjay Shrivastava
जीवात्मा
जीवात्मा
Mahendra singh kiroula
कल कल करती बेकल नदियां
कल कल करती बेकल नदियां
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
न पाने का गम अक्सर होता है
न पाने का गम अक्सर होता है
Kushal Patel
आज हम याद करते
आज हम याद करते
अनिल अहिरवार
*राष्ट्रभाषा हिंदी और देशज शब्द*
*राष्ट्रभाषा हिंदी और देशज शब्द*
Subhash Singhai
‌!! फूलों सा कोमल बनकर !!
‌!! फूलों सा कोमल बनकर !!
Chunnu Lal Gupta
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Kanchan Khanna
रंग भेद ना चाहिए विश्व शांति लाइए सम्मान सबका कीजिए
रंग भेद ना चाहिए विश्व शांति लाइए सम्मान सबका कीजिए
DrLakshman Jha Parimal
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
प्रिय के प्रयास पर झूठ मूठ सी रूठी हुई सी, लाजवंती के गालों
प्रिय के प्रयास पर झूठ मूठ सी रूठी हुई सी, लाजवंती के गालों
kaustubh Anand chandola
*अमृत-बेला आई है (देशभक्ति गीत)*
*अमृत-बेला आई है (देशभक्ति गीत)*
Ravi Prakash
रूख हवाओं का
रूख हवाओं का
Dr fauzia Naseem shad
****वो जीवन मिले****
****वो जीवन मिले****
Kavita Chouhan
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
*खोटा था अपना सिक्का*
*खोटा था अपना सिक्का*
Poonam Matia
*** लहरों के संग....! ***
*** लहरों के संग....! ***
VEDANTA PATEL
खतरनाक होता है
खतरनाक होता है
Kavi praveen charan
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नहीं चाहता मैं यह
नहीं चाहता मैं यह
gurudeenverma198
अल्फाज़
अल्फाज़
Shweta Soni
एक फूल
एक फूल
Anil "Aadarsh"
याद आया मुझको बचपन मेरा....
याद आया मुझको बचपन मेरा....
Harminder Kaur
मैं तो निकला था,
मैं तो निकला था,
Dr. Man Mohan Krishna
मैं पुरखों के घर आया था
मैं पुरखों के घर आया था
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बात उनकी क्या कहूँ...
बात उनकी क्या कहूँ...
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
आओ गुफ्तगू करे
आओ गुफ्तगू करे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
■ जय हो...
■ जय हो...
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...