मजदूर
❆ मुक्तक सृजन
❆ विषय – मज़दूर
❆ तिथि – ०१ मई २०१८
❆ वार – भौमवार
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चाँद देखने पर भी मुन्ना हमसे रोटी मांग रहा ,
भूखा पेट देख कर रोटी तेजी से वह भाग रहा।
किता काम करे मजदूर की बच्चों का वह पेट भरे ,
बस इतनी सी सोच श्रमिक की रातों में भी जाग रहा।।
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पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण
बिहार…..८४५४५५