Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

मजदूर

सीधे साधे होते हैं ये,मेहनतकश मजदूर
हो जाते हैं पल में इनके,सपने चकनाचूर

इनके दम पर ही बनती हैं ये ऊंची मीनारें
इन्हें झोपड़ी की मिलती है, कच्ची छत दीवारें
करते रहते हैं ये मेहनत जीवन भर भरपूर
सीधे साधे होते हैं ये,मेहनतकश मजदूर

कड़ी धूप हो या फिर सर्दी, काम हमेशा करते
बीमारी का बोझ लिए ये भूखे प्यासे मरते
आंखों में चिंता के आंसू,जीने को मजबूर
सीधे साधे होते हैं ये,मेहनतकश मजदूर

भूख- गरीबी ही तो इनको ,शहरों तक है लाती
सुख सपनों की दुनिया इनको, खींच यहाँ ले आती
पैसा तभी कमाने आते, घर से कितनी दूर
सीधे साधे होते हैं ये,मेहनतकश मजदूर

करते हैं ये काम तभी तो, आते हैं परिवर्तन
इनके कारण ही विकास है, विकसित है ये जीवन
अगर न हों ये हो जाएगा, जीवन ही बेनूर
सीधे साधे होते हैं ये,मेहनतकश मजदूर

डॉ अर्चना गुप्ता
17.05.2024

Language: Hindi
101 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
शेखर सिंह
😊अजब-ग़ज़ब😊
😊अजब-ग़ज़ब😊
*प्रणय प्रभात*
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
gurudeenverma198
सत्याधार का अवसान
सत्याधार का अवसान
Shyam Sundar Subramanian
मोहक हरियाली
मोहक हरियाली
Surya Barman
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विभजन
विभजन
Bodhisatva kastooriya
आए थे बनाने मनुष्य योनि में पूर्वजन्म की बिगड़ी।
आए थे बनाने मनुष्य योनि में पूर्वजन्म की बिगड़ी।
Rj Anand Prajapati
Even If I Ever Died
Even If I Ever Died
Manisha Manjari
"ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं
Ghanshyam Poddar
कृष्ण कन्हैया घर में आए
कृष्ण कन्हैया घर में आए
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बेशक प्यार उनसे बेपनाह था
बेशक प्यार उनसे बेपनाह था
Rituraj shivem verma
हे पैमाना पुराना
हे पैमाना पुराना
Swami Ganganiya
करार दे
करार दे
SHAMA PARVEEN
तुम - दीपक नीलपदम्
तुम - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कुछ नमी अपने साथ लाता है ।
कुछ नमी अपने साथ लाता है ।
Dr fauzia Naseem shad
"मैं मजदूर हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अड़बड़ मिठाथे
अड़बड़ मिठाथे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
तुम्हारे
तुम्हारे
हिमांशु Kulshrestha
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सांसें थम सी गई है, जब से तु म हो ।
सांसें थम सी गई है, जब से तु म हो ।
Chaurasia Kundan
3904.💐 *पूर्णिका* 💐
3904.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
The_dk_poetry
बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय।
बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
Sonam Puneet Dubey
हमारे जैसी दुनिया
हमारे जैसी दुनिया
Sangeeta Beniwal
Loading...