मछली वाला आया (बाल गीत)
*#बालगीत #मछलीवालाआया
मछली वाला आया (बाल गीत)*
■■■■■■■■■■■■■■■■■
मछली देखो ,मछली देखो ,मछली वाला आया
रंग बिरंगी मछली काली भूरी पीली लाया
(1)
दादा जी ने कहा दशहरे पर दर्शन सब कर लो
जल में रहतीं मूक मछलियों को आँखों में भर लो
सुबह-सुबह सुंदर प्रसंग यह सबके मन को भाया
मछली देखो ,मछली देखो ,मछली वाला आया
(2)
सदियों से यह प्रथा चल रही, तालाबों में जाते
स्वच्छ पात्र में जल भर-भर कर मछली को तैराते
सब ने दर्शन किया ,पात्र में पैसा एक गिराया
मछली देखो ,मछली देखो ,मछली वाला आया
(3)
शुभ हैं दर्शन नीलकंठ के पक्षी सुंदर होता
रंग-बिरंगे पंख कंठ नीला शिवजी में खोता
पशु-पक्षी सब राम – रूप दादाजी ने समझाया
मछली देखो ,मछली देखो ,मछली वाला आया
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451