मचा शोर चारो ओर ——– लड़ना भी पड़ेगा – (घनाक्षरी)
मचा शोर चारो ओर,किसी का चले न जोर।
मच रही भागदौड़,सबको सताया है।।
आया आया कैसा दौर, सांझ हो या चाहे भोर।
ज़ालिम कोरो ना चोर,सबको डराया है।।
देता न दिखाई हमें ,बनके कसाई घूमे।
नस नस काटता कईयों को रुलाया है।।
बचना बचाना भाई,महामारी बन आई।
नियमो से चलना सत्ता ने समझाया है।।
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लड़ना भी पड़ेगा और बढ़ना भी पड़ेगा।
नहीं नहीं डरना है,जीत के दिखाएंगे।।
आना जाना कम करे,घर बैठ काम करे।
रेखाएं दो गज दूरी,खींच के दिखाएंगे।।
नहीं है निराश होना धैर्य को नहीं है खोना।
कर लेगा क्या कोरो ना, टींच के दिखाएंगे।।
धमनियों में बहे रक्त, जीवन के हम भक्त।
जिंदगी की बगिया को,सींच के दिखाएंगे।।
राजेश व्यास अनुनय
“”” लगाएंगे दम***जीतेंगे हम”””