मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
मुहब्बत के आलम में बरसात भी हसीन लगती है !
***
डी के निवातिया
मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
मुहब्बत के आलम में बरसात भी हसीन लगती है !
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डी के निवातिया