Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Dec 2021 · 1 min read

मगर मासूम बच्चे हैं( मुक्तक )

मगर मासूम बच्चे हैं( मुक्तक )
————————————————-
बसों को यह जलाते हैं ,मगर मासूम बच्चे हैं
पत्थर भर के लाते हैं , मगर मासूम बच्चे हैं
तरफदारी में इनकी थाने में नेताजी कहते हैं
तमंचा तो चलाते हैं , मगर मासूम बच्चे हैं
————————————————
रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997 61 5451

Language: Hindi
370 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
नए मुहावरे का चाँद
नए मुहावरे का चाँद
Dr MusafiR BaithA
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
Neelam Sharma
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
पूर्वार्थ
ఇదే నా భారత దేశం.
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*श्वास-गति निष्काम होती है (मुक्तक)*
*श्वास-गति निष्काम होती है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*दिल का आदाब ले जाना*
*दिल का आदाब ले जाना*
sudhir kumar
नारी
नारी
Nitesh Shah
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
देश भक्ति का ढोंग
देश भक्ति का ढोंग
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
Raju Gajbhiye
सत्य और सत्ता
सत्य और सत्ता
विजय कुमार अग्रवाल
है कौन झांक रहा खिड़की की ओट से
है कौन झांक रहा खिड़की की ओट से
Amit Pathak
किसी का सब्र मत आजमाओ,
किसी का सब्र मत आजमाओ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
हटा 370 धारा
हटा 370 धारा
लक्ष्मी सिंह
मां सिद्धिदात्री
मां सिद्धिदात्री
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
■ बहुत हुई घिसी-पिटी दुआएं। कुछ नया भी बोलो ताकि प्रभु को भी
■ बहुत हुई घिसी-पिटी दुआएं। कुछ नया भी बोलो ताकि प्रभु को भी
*Author प्रणय प्रभात*
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का परिचय।
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का परिचय।
Dr. Narendra Valmiki
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
बोझ
बोझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
Ravi Yadav
कवर नयी है किताब वही पुराना है।
कवर नयी है किताब वही पुराना है।
Manoj Mahato
दुःख हरणी
दुःख हरणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माँ की याद आती है ?
माँ की याद आती है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2959.*पूर्णिका*
2959.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अनंतनाग में परचम फहरा गए
अनंतनाग में परचम फहरा गए
Harminder Kaur
जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये
जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये
Rituraj shivem verma
देखते देखते मंज़र बदल गया
देखते देखते मंज़र बदल गया
Atul "Krishn"
Loading...