Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Sep 2022 · 1 min read

मगर अब मैं शब्दों को निगलने लगा हूँ

जमाने के रंगों में मैं यूँ ढ़लने लगा हूँ ।
न चाहकर भी खुद को बदलने लगा हूँ ।।

कभी सोचा था जिन राहों पे चलना ।
जाने क्यों उन्ही से मैं अब टलने लगा हूँ ।।

जो लोग कभी मुझको लगते थे अपने ।
उन्ही से बचकर मैं अब निकलने लगा हूँ ।।

हकीकत समझने लगा हूँ जिंदगी की ।
झठे ख्वाबों,खयालों को कुचलने लगा हूँ ।।

गिला शिकवा मुझको किसी से नहीं है ।
पर खुद की ज्वाला में ही जलने लगा हूँ ।।

बहुत सोचता था कोई कुछ भी कहता ।
मगर अब तो शब्दों को निगलने लगा हूँ ।।

‘विनोद’ मुझको भी सच्च बता दो जरा ।
मैं आज गिरने लगा कि सम्भलने लगा हूँ ।।

8 Likes · 4 Comments · 296 Views
Books from VINOD CHAUHAN
View all

You may also like these posts

पिता
पिता
पूर्वार्थ
प्रेम महाशक्ति ईश्वर की
प्रेम महाशक्ति ईश्वर की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
न जाने ज़िंदगी को क्या गिला है
न जाने ज़िंदगी को क्या गिला है
Shweta Soni
नयन कुंज में स्वप्न का,
नयन कुंज में स्वप्न का,
sushil sarna
"वक्त आ गया है"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रश्नचिन्ह...
प्रश्नचिन्ह...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
अदाकारियां नहीं है
अदाकारियां नहीं है
Surinder blackpen
पिया की प्रतीक्षा में जगती रही
पिया की प्रतीक्षा में जगती रही
Ram Krishan Rastogi
आजादी की कहानी
आजादी की कहानी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा - डी. के. निवातिया
सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा - डी. के. निवातिया
डी. के. निवातिया
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
कल मेरा दोस्त
कल मेरा दोस्त
SHAMA PARVEEN
हुआ उजाला धरती अम्बर, नया मसीहा आया।
हुआ उजाला धरती अम्बर, नया मसीहा आया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हमारे प्यार की सरहद नहीं
हमारे प्यार की सरहद नहीं
Kshma Urmila
बदल जाते हैं मौसम
बदल जाते हैं मौसम
Dr fauzia Naseem shad
सत्ता
सत्ता
DrLakshman Jha Parimal
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
जिंदगी
जिंदगी
हिमांशु Kulshrestha
परिपक्वता
परिपक्वता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
gurudeenverma198
4354.*पूर्णिका*
4354.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्रीराम का अयोध्या आगमन
श्रीराम का अयोध्या आगमन
Sushma Singh
जय श्री राम
जय श्री राम
Dr Archana Gupta
गुजरा वक्त।
गुजरा वक्त।
Taj Mohammad
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
कुछ खयाल हैं जो,
कुछ खयाल हैं जो,
Manisha Wandhare
जीवन  के  हर  चरण  में,
जीवन के हर चरण में,
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
सच्चे प्रेमी कहलाते हैं
सच्चे प्रेमी कहलाते हैं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जाने ऐसा क्यों होता है ? ...
जाने ऐसा क्यों होता है ? ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...